Tuesday 13 November 2018

वास्तविक सफलता

अक्सर हम लोग किसी परीक्षा या किसी काम में सफल होने को ही अपनी असल सफलता मानते है पर मेरी नजर में यह कोई न तो आश्चर्य है ना ही सफलता का शिखर । पर सफलता हैं क्या और कैसी हो ?? मेरा मानना है कि सफलता वह है जिसे पाने के बाद जो खुशी आप को मिले उसी खुशी का अहसास अन्य लोगों को भी कराए।तो यह तो थी कि सफलता क्या है के प्रश्न का जवाब चलिए जानते हैं कैसे का जवाब ।यहाँ मुझे अपने देव तुल्य गुरुदेव श्री श्याम सुंदर पाठक जी का उदाहरण लेने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है गुरुदेव आज एक उच्च पद पर आसीन है और लोगों के दिलों में भी। कहानी कुछ इस तरह से है मैं एक दिन किसी काम के सिलसिले में बाहर बैठा था अचानक मैंने एक घर में रोने की आवाज सुनी जब जानकारी मिली कि रोने की आवाज और कहीं से नहीं वरन् मेरे ही एक परिचित के घर से आ रही है जब तक मैं पहुँचा वहाँ काफी भीड़ जमा हो गई लोगों से पूछा तो पता चला कि राज (दोस्त का नाम) की पत्नी काफी बीमार है खैर राज के परिजन अस्पताल ले गए वहाँ पता चला की बीमारी गम्भीर हैं ऑपरेशन होगा डॉक्टरों ने 19 November की date दे दी । राज का परिवार की आर्थिक स्थिति गड़बड़ है उस के घर में राज की पत्नी के अलावा माँ बाप और उसकी 1साल की बच्ची है जो माँ की बीमारी से काफी आहत है जो कभी खिलखिलाती हुई पूरे घर में रोनक बिखेरने के लिए जानी जाती थी वो सहमी सहमी सी रहती है । एक दिन राज मेरे पास आया बोला पैसों का इन्तजाम नहीं हो पा रहा है कुछ पैसे हो तो दो मैंने कहा मेरे पास पैसे नहीं हैं यह सुनकर वो उदास हो गया कहने लगा मेरी बच्ची भी दुआ देगी ।। मैंने उसकी 1साल की बच्ची की ओर निहारा और कल्पना की अगर इसकी माँ नहीं रही तो बहुत अनर्थ हो जायेगा मैं ने उसे कुछ पैसे दिए पर इतनी छोटी धनराशि उसके लिए ऊॅट के मुंह में जीरा के समान थी । राज ने अपनी कुछ चीजें बेच दी अब कुछ ही पैसों की कमी थी आपरेशन के लिए पर यह जो कमी थी इसने तो उसके पसीने ही छुड़ा दिये क्यों कि वह अब जो चीज बेच रहा था उसकी अक्सर गांव में कोई जरूरत नहीं होती वो वस्तु थी mini laptop । राज मेरे पास फिर आया मैं सोचा क्यों न मैं यह किसी अपने को दिला दूँ सस्ते दामों में यह मेरे किसी अपने को मिल जाएगा और राज की भी मदद हो जाएगी मैं ने कुछ से पूछा पर किसी ने नहीं लिया अब मैं भी हार मान चुका था कि अचानक मैंने phone मैं गुरुदेव का number देखा मैंने गुरुदेव को msg किया गुरुदेव के पास पहले से ही laptop था उन्हेंने भी मना कर दिया पर जब मैंने गुरुदेव को सारी कहानी सुनाई तो गुरुदेव बिना laptop खरीदे पैसे देने को तैयार हो गए मैंने यह बात जब राज को बताई पर वो सहमत नहीं हुआ । राज को देख मुझे बड़ा आश्चर्य हुआ कि ऐसे वक्त में भी वह आत्म सम्मान से भरा हुआ है ।मैंने गुरुदेव को सारी कहानी फिर सुनाई तो गुरुदेव बिना आवश्यकता के केवल राज की मदद की खातिर laptop खरीदने के लिए सहमत हो गए । यह घटना देख मुझे कक्षा 12 कि a girl with a basket की कहानी याद आती है फर्क सिर्फ इतना ही था कि कहानी के दोनों पात्र मेरे समक्ष थे उस कहानी में William c Douglas ने भी गुरुदेव की भाँति बिना टोकरी खरीदे लड़की को पैसे देने चाहे यहाँ गुरुदेव ने बिना laptop खरीदे लेकिन इस कहानी में गुरुदेव श्री श्याम सुंदर पाठक जी William c Douglas से भी महान सिद्ध हुए हैं कैसे? आगे कि कहानी जब आप पड़ेंगे तो खुद ही समझ जाओगे । अब laptop गुरुदेव को भेजा गया कुछ दिनों बाद laptop गुरुदेव के पास पहुँचा पर हमारी डाक प्रणाली को धिक्कार और कर्मचारीयो की लापरवाही के नतीजतन Laptop खराब पहुँचा गुरुदेव की दरिया दीलि देखिए गुरुदेव ने मुझे phone किया और बताया कि " बेटा laptop तो खराब है मैं पैसे और laptop दोनों भेजा रहा हूँ " यह सुनकर मैं स्तब्ध रह गया मुझे अपने कि ये पर अपार पक्षतावा हुआ मैं गुरुदेव से क्षमा माँगने लगा पर गुरुदेव ने मुझे क्षमा कर दिया और कहा कोई बात नहीं take it easy। धन्य है आप गुरुदेव मैंने आप को देख लिया अब ईश्वर को देखने की आवश्यकता नहीं यहाँ विचार मेरे मन उभर रहे थे । पर कहानी यही समाप्त नहीं होता होती अपना राज भी उसूलो का पक्का मैं बात घुमाकर कहा कि गुरुदेव तुम्हें पैसे भी दे देंगे और laptop भी राज रो कर बोला गुरुदेव जैसे देवता की अच्छाई का मैं फायदा नहीं उठा सकता बिना laptop दिए पैसे नहीं ले सकता फिर मैंने "कहा laptop डाक विभाग ने खराब कर दिया है गुरुदेव क्या करेंगे खराब laptop का ? Laptop onनहीं हो रहा है "फिर क्या था अब राज इतना रोया इतना रोया कि में दिल दहल गया । एक बार मैं ने गुरुदेव से फिर बात की और निवेदन किया कि गुरुदेव आप laptop बापस न भेजे आप तो करूणा के सागर है देख लिजिए कुछ । गुरुदेव मान गए । मैं ने राज कोphone किया और कहा दिया laptop अब onहो गया है ।। आशा करता हूँ की आप सभी वास्तविक सफलता को जान गए होंगे गुरुदेव आपके श्री चरणों में मेरा प्रणाम

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