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बेटी नहीं समाज बोझ है
बोझ बेटियाँ नहीं होती क्या यह सही है पर कितना सही है इसका अंदाजा नहीं हैं बोझ पिता पर नहीं है माँ पर नहीं फिर भी बोझ ही क्यों जातीं हैं क...
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दोस्तों अपने लेख की शुरुआत करने से पहले आप सभी को मेरी तरफ से दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएँ आज के बदलते दौर में हमारे सभी कार्य करने के लिए ...
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अक्सर हम लोग कहते हैं कि कर्म भाग्य से बड़ा होता है पर आप कर्म भी उतना ही करते हैं जितना भाग्य में लिखा रहता है किसी का बुरा मत करो लोग ...
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